राजस्थान शिक्षा बोर्ड के 'राजनीतिकरण' के आरोपों पर केंद्र सरकार का शिक्षा मंत्रालय गंभीर

पत्रिका ब्यूरो, नई दिल्ली।
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 12 वीं की परीक्षा में राजनीतिक दल कांग्रेस से संबंधित आठ सवाल पूछे जाने से उठे विवाद के बीच केंद्र सरकार का शिक्षा मंत्रालय सभी राज्यों को नए दिशा-निर्देश जारी सकता है। ताकि भविष्य में सवालों के चयन को लेकर किसी तरह का विवाद न उठे। ऐसा शिक्षा मंत्रालय के सूत्रों का कहना है। फिलहाल, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने राजस्थान शिक्षा विभाग के एडिशनल सेक्रेट्री को पत्र भेजकर इस मामले में जवाब मांगा है। राजस्थान के शिक्षा विभाग के जवाब के आधार पर शिक्षा मंत्रालय आगे कोई कदम उठाएगा।

दरअसल, बीते दिनों राजस्थान बोर्ड की 12 वीं की पॉलिटिकल साइंस की परीक्षा में कुल आठ ऐसे सवाल पूछे गए, जिनका संबंध राजनीतिक दल कांग्रेस से रहा। राज्य की सत्ताधारी पार्टी से जुड़े 8 सवाल पूछे जाने पर भाजपा ने परीक्षा और बोर्ड के राजनीतीकरण का आरोप लगाया। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि यह गांधी परिवार को खुश करने की मानसिकता है। जिसके बाद अब केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने राजस्थान के स्कूली एजुकेशन के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी को पत्र भेजकर प्रश्नपत्र में पूछे गए सवालों को लेकर जवाब तलब किया है।


परीक्षा में कांग्रेस से जुड़े ये सवाल पूछे थे

गरीबी हटाओ का नारा किसने दिया?

1984 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने कुल कितनी सीटें जीती थीं

भारत में प्रथम तीन आम चुनावों में किस दल का प्रभुत्व रहा और क्या हो रहा है?

कांग्रेस की सामाजिक और विचारधारात्मक गठबंधन के रूप में संक्षिप्त विवेचना कीजिए।

एक दल के प्रभुत्व का दौर और कांग्रेस प्रणाली-चुनौतियां और पुनर्स्थापना।

कांग्रेस ने 1967 का आम चुनाव किन परिस्थितियों में लड़ा और इसका जनादेश क्या मिला, विवेचना कीजिए।

1971 के आम चुनाव में कांग्रेस की पुनर्स्थापना का चुनाव रहा इसकी व्याख्या कीजिए।

लोकसभा चुनाव 2004 के बाद अनेक महत्वपूर्ण मसलों पर अधिकतर दलों के बीच व्यापक सहमति बनी। इनमें से किसी दो का संक्षिप्त विवेचना कीजिए।



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