शिक्षा बजट 2020: शिक्षा और रोजगार सबसे अहम मुद्दा
शिक्षा बजट 2020: केंद्रीय बजट 1 फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा सदन में पेश किया गया है। बजट सत्र 31 जनवरी से 3 अप्रैल तक दो चरणों में आयोजित किया जा रहा है। सत्र का पहला चरण 31 जनवरी से 11 फरवरी तक होगा और दूसरा 2 मार्च से 3 अप्रैल तक चलेगा। पिछले साल 2019-20 में शिक्षा क्षेत्र के लिए केंद्रीय बजट में 94,853.64 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे। इस बार शिक्षा और रोजगार लेकर हो सकती है बड़ी घोषणाएं। 2018 की तुलना में 2019 में शिक्षा क्षेत्र का बजट 13 प्रतिशत अधिक दिया गया था। इस बार उम्मीद है, यह बजट एक लाख करोड़ को पार कर सकता है।
पिछले साल कुल 94,853.64 करोड़ रूपए शिक्षा बजट, 56, 536.63 करोड़ रुपये स्कूल सेक्टर के लिए और बाकी 38,317.01 करोड़ रुपये उच्च शिक्षा के लिए आवंटित किए गए थे। मिड-डे मील कार्यक्रम को 11,000 करोड़ रुपये, 2018-19 के बजट अनुमानों की तुलना में 500 करोड़ रुपये ज्यादा आवंटित किए गए थे।
रोजगार
नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने सभी विभागों को मौजूदा रिक्तियों को समयबद्ध तरीके से भरने के लिए कहा है। केंद्र सरकार की ओर से जारी ताजा डाटा के अनुसार अलग-अलग विभागों में 6.83 लाख से ज्यादा पद खाली (More than 6.83 lakh posts vacant) हैं। पीएम मोदी (PM Modi) की अगुवाई वाली निवेश और विकास की कैबिनेट कमेटी (Cabinet committee) ने अपनी बैठक में अलग-अलग मंत्रालयों और विभागों (Individual ministries and departments) में वर्तमान में मौजूद खाली पदों को भरने के समयबद्ध तरीके से काम करने का निर्देश दिया है।
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