खेल को बनाएं अपना जुनून, हर साल कमाएंगे लाखों-करोड़ों
आपने क्रिकेट, फुटबॉल और अन्य खेलों की लाइव कमेंटरी रेडियो पर सुनी और टेलीविजन पर देखी होगी। कमेंटेटर के द्वारा वर्णन किया गया आंखों देखा हाल मन को मोह लेता है और ऐसा प्रतीत होता है कि प्लेग्राउंड पर खेल रहे खिलाड़ी आपकी नजरों के सामने जीवित हो उठे हों। ये कमेंटेटर शब्दों के जादूगर होते हैं जो खेल के मैदान से बाहर घरों में टेलीविजन के सामने बैठे लाखों फैन्स का दिल जीत लेते हैं। आप भी कमेंटेटर बनने की तैयारी कर सकते हैं।
योग्यताएं
एक प्रोफेशनल स्पोर्ट्स कमेंटेटर के लिए ये योग्यताएं अनिवार्य होती हैं जो इस क्षेत्र में आवश्यक बेसिक ज्ञान प्रदान करती हैं-
- चार-वर्षीय ब्रॉडकास्टिंग या जर्नलिज्म में बैचलर डिग्री।
- शुद्ध लिखना और एकाग्रतापूर्वक सुनना। इन गुणों के निखारने के लिए कोचिंग बहुत जरूरी होती है।
- ब्रॉडकास्टिंग इक्विपमेंट्स और टेलीकम्यूनिकेशन सिस्टम की जानकारी।
- स्पोर्ट्स से संबंधित महत्वपूर्ण डाटा और प्लेयर्स के अचीवमेंट्स व बायोडाटा के बारे में अच्छी जानकारी जरूरी है।
कैसे करें कॅरियर की शुरुआत
स्पोर्ट्स कमेंटेटर के रूप में कॅरियर संघर्ष से भरा होता है। इस फील्ड में कॅरियर बनाने के लिए इच्छुक उम्मीदवार को इंटर्न के रूप में शुरुआत करनी पड़ती है। आप चाहें तो पढ़ाई करते हुए न्यूज चैनल, ब्रॉडकास्टिंग कंपनी और स्पोर्ट्स संस्थान के लिए काम कर सकते हैं। स्कूल या कॉलेज में आयोजित स्पोर्ट्स इवेंट्स या कल्चरल प्रोग्राम्स की एंकरिंग या लाइव कमेंटरी करने से भी आपको अच्छा प्लेटफार्म मिल सकता है। कॉलेज में ‘स्टूडेंट रेडियो स्टेशन’ होते हैं और इसमें आप कमेंटरी कर सकते हैं। नामी खिलाडी, एथलीट्स और रिटायर्ड कोच भी अच्छे स्पोर्ट्स कमेंटेटर बन सकते हैं।
आपके अंदर हों ये खूबियां
एक स्पोर्ट्स कमेंटेटर बनना कैंडिडेट की एजुकेशनल क्वालीफिकेशंस से अधिक उसके व्यक्तित्व पर निर्भर करता है। यदि आप भी एक स्पोर्ट्स कमेंटेटर के रूप में अपना कॅरियर बनाना चाहते हैं तो आपके अंदर ये क्वालिटीज होने चाहिए-
- अपनी पसंद की भाषा में निपुणता होनी चाहिए।
- कुशल और धाराप्रवाह वक्ता होना चाहिए।
- भाषा विशेष से संबंधित अच्छा शब्द भंडार हो।
- भावों को शीघ्रता से व्यक्त करने में आपकी प्रवीणता कमेंटेटर के रूप में कॅरियर बनाने में आपकी सबसे बड़ी ताकत है।
- शब्दों और विचारों से खेलने में महारत हो।
- यदि आप लाखों लोगों की भीड़ में आत्मविश्वास से अपनी बात कह सकते हैं तो इस फील्ड में सफल हो सकते हैं।
- नई जगह जाने और नए लोगों से मिलने में रुचि हो।
- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय घटनाओं और करंट अफेयर्स से अपडेट रहना चाहिए।
कुछ विकल्प
स्पोर्ट्स पत्रकारिता
एक स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट का मुख्य काम नेशनल और इंटरनेशनल पत्र-पत्रिकाओं में स्पोर्ट्स कॉलम लिखना होता है। इस काम के लिए अपाइंटमेंट फुल टाइम और पार्ट टाइम एम्प्लॉइज के रूप में होती है।
अनाउंसर
विभिन्न स्पोर्ट्स क्लब्स देश और विदेश में स्पोर्ट्स के आंखों देखे हाल के डिस्क्रिप्शन के लिए स्पोर्ट्स कमेंटेटर को नियुक्त करते हैं। देश में बीसीसीआई के द्वारा स्पोर्ट्स कमेंटेटर के रूप में हर वर्ष कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर स्पोर्ट्स कमेंटेटर की नियुक्ति की जाती है।
न्यूज एनालिस्ट
न्यूज एनालिस्ट का मुख्य कार्य विभिन्न स्पोर्ट इवेंट्स से संबंधित डाटा का कलेक्शन और प्रेजेंटेशन होता है और फिर उन्हें सुन्दर ढंग से डायग्राम और ग्राफ्स के माध्यम से न्यूजपेपर्स और मैगजीन्स में प्रेजेंट करना होता है। इस काम में काफी रिसर्च की जरूरत पड़ती है।
स्पोर्ट्स रिक्रूटर
स्पोर्ट्स कमेंटेटर स्पोर्ट्स रिक्रूटर का काम भी करते हैं। इस रोल में वे क्लाइंट्स के लिए स्पोर्ट्स पर्सन्स के साथ निगोशिएट करते हैं और टम्र्स और कंडीशन के आधार पर कॉन्ट्रैक्ट तैयार करते हैं।
अन्य विकल्प
विभिन्न रेडियो स्टेशंस, न्यूज पेपर्स और सैटेलाइट टेलीविजन चैनल्स पर सभी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खेल स्पर्धाओं की कमेंटरी के लिए भी स्पोर्ट्स कमेंटेटर की नियुक्ति की जाती है। यहां पर आपका सबसे ज्यादा अनुभव देखा जाता है।
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