IAF Agneepath scheme 2022: अग्निवीर भर्ती के लिए रजिस्ट्रेशन समाप्त, रिकॉर्ड 7.4 लाख आवेदन हुए दर्ज

IAF Agneepath Scheme 2022 : भारतीय वायुसेना में अग्निपथ योजना भर्ती के लिए रजिस्‍ट्रेशन की प्रक्रिया अब पूरी हो गई है। वायुसेना में अग्निवीरों की भर्ती के लिए बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त हुए हैं। ऑनलाइन रजिस्‍ट्रेशन 24 जून से 05 जुलाई तक किया गया। वायुसेना ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि इस भर्ती के लिए रिकॉर्ड 7,49,899 उम्‍मीदवारों ने रजिस्‍ट्रेशन किया है। आपको बता दें कि वायु सेना की किसी भी भर्ती के लिए प्राप्त होने वाली आवेदन की यह सबसे बड़ी संख्या है। भर्ती के लिए उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट agnipathvayu.cdac.in पर जाकर आवेदन जमा करना था। वायु सेना में कुल 3500 अग्नि वीरों की भर्ती होनी है।

तोड़ा वायुसेना की पिछली भर्तियों का रिकॉर्ड
आपको बता दें कि अग्निपथ योजना का ऐलान करने के बाद बाद देशभर में इसके खिलाफ विरोध प्रर्दशन किया था। बावजूद इसके बड़ी संख्‍या में युवाओं ने अग्निवीर बनने के लिए आवेदन किए हैं। इस भर्ती के बारे में जानकारी देते हुए वायुसेना ने कहा कि रिकॉर्ड 7,49,899 उम्‍मीदवारों ने रजिस्‍ट्रेशन किया है। इससे पहले तक किसी भी रिक्रूटमेंट साइकिल में अधिकतम आवेदन 6,31,528 दर्ज किए गए थे।

यह भी पढ़ें- Railway Recruitment 2022: बिना परीक्षा 10वीं पास के लिए रेलवे में नौकरी, 876 पदों पर होगी भर्ती

4 साल के लिए होगी नियुक्ति
अग्निपथ योजना के जरिए आर्मी, नेवी एवं वायु सेना में अग्नि वीरों की भर्ती की जा रही है। नियमानुसार इनकी नियुक्ति 4 साल के लिए की जाएगी। 4 साल के बाद 25 फीसदी अग्निवीरों को स्थाई कर दिया जाएगा। वहीं, 75 फ़ीसदी अग्निवीरों को रिटायर किया जाएगा।

यह भी पढ़ें- Assam Police SI: असम पुलिस एसआई पीएसटी/पीईटी की परीक्षा स्थगित, जानिए कब होगी

हर साल इतनी मिलेगी सैलरी
चयनित उम्मीदवारों के वेतन का 30 प्रतिशत हिस्‍सा काटकर सेवा निधि में जमा किया जाएगा। 4 वर्षों में कुल 10.4 लाख की निधि जमा करेंगे, ब्‍याज मिलाकर 11.71 लाख हो जाएगी। यह निधि आयकर मुक्‍त होगी। इस दौरान हर साल 30 दिनों की छुट्टी भी दी जाएगी। उम्मीदवारों इस प्रकार सैलरी और भत्ते दिए जाएंगे।
— पहले साल 30,000/- वेतन और भत्‍ते
— दूसरे साल 33,000/- वेतन और भत्ते
— तीसरे साल 36,500/- वेतन और भत्‍ते
— चौथे साल 40,000/- वेतन और भत्‍ते

देशभर में हुए थे हिंसक प्रदर्शन
बता दें कि 14 जून को योजना की घोषणा के बाद लगभग एक सप्ताह तक इसके खिलाफ कई राज्यों में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुआ। इसके साथ ही कई विपक्षी दलों ने इस योजना को वापस लेने की मांग की।



from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/jeuUvon

Comments

Popular posts from this blog

Sainik School Admission 2021-22: सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू, जानें पात्रता सहित पूरी डिटेल्स

RPSC Headmaster Bharti Result 2019: मैन लिस्ट, रिजर्व लिस्ट और कटऑफ मार्क्स सीधे यहां से करें डाउनलोड

AIIMS NORCET Result 2020: नर्सिंग ऑफिसर भर्ती परीक्षा के परिणाम जारी, यहां से करें चेक